ब्लैक फंगस के मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने बिना इलाज लौटाया, परिजनों ने गार्ड पर लगाया मारपीट का आरोप
गोरखपुर। ब्लैक फंगस की शिकायत पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर पहुंचे एक संक्रमित के परिजन ने आरोप लगाया है कि बिना इलाज के उनके मरीज को लौटा दिया गया। बाद में परिजन मरीज को सत्यम नर्सिंग होम में भर्ती कराए हैं। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों में अब ब्लैक फंगस नामक बीमारी का खतरा बढ़ने लगा है। ठीक हुए कोविड मरीज लगातार ब्लैक फंगस की शिकायत लेकर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं। इस दौरान रविवार को गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस की शिकायत लेकर पहुंचे एक मरीज के परिजन ने यह आरोप लगाया है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बिना इलाज के उन्हें लौटा दिया। इसके बाद परिजन एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए मरीज को लाये हैं।
देवरिया जिले के भलुअनी क्षेत्र के रहने वाले हरिकेश यादव ने बताया कि उनके मौसा लल्लन यादव (50) में ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई दिए। इसके बाद लल्लन यादव के परिजनों ने देवरिया के डॉक्टर अभिजित सरकारी को दिखाया। वहा जांच कराने के बाद ब्लैक फंगस की पुष्टि होने पर डॉक्टर ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मरीज के परिजन आनन-फानन में मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज लाए। मेडिकल कॉलेज में घंटों इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर ने इलाज नहीं किया।
पूछने पर गार्ड ने किया नोंक झोंक
मरीज की हालत गंभीर होते देख हरिकेश ने जब वहा उपस्थित गार्ड से इलाज के बारे में पूछा तो गार्ड ने वार्ड नंबर 14 में जाने को कहा। हरिकेश ने मरीज के लिए स्ट्रेचर की मांग की तो गार्ड मारपीट पर उतारू हो गया। हालत बिगड़ते देख परिजन मरीज को बिछिया कालोनी स्थित सत्यम नर्सिंग होम ले गये, जहां मरीज का इलाज चल रहा है। इस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य गणेश कुमार ने बताया है कि पोस्ट कोविड मरीज के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं। ऐसा कोई मरीज नहीं है जिसे बिना इलाज का लौटाया गया हो। अगर ऐसा हुआ है तो जांच की जाएगी।