फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दो ब्लॉकों में चलेगा विशेष दवा सेवन अभियान, 3.94 लाख लोगों को खिलाई जाएगी दवा
376 टीमें करेंगी घर-घर जाकर दवा वितरण, CDO ने की बैठक में समीक्षा
देवरिया, 04 अगस्त 2025।
राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रत्यूष पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में 10 से 28 अगस्त तक चलने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान की तैयारियों की समीक्षा की गई।
सीडीओ प्रत्यूष पाण्डेय ने बताया कि भलुअनी और भागलपुर ब्लॉक में यह अभियान चलाया जाएगा, जिसमें कुल 3.94 लाख लोगों को फाइलेरियारोधी दवा (डीईसी एवं एलबेन्डाजाल) खिलाई जाएगी। यह दवा एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमार रोगियों को नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान में 376 टीमों को लगाया गया है, जो घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाएंगी। अभियान को सफल बनाने के लिए बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, आजीविका मिशन, बाल विकास एवं पुष्टाहार (ICDS), खाद्य एवं रसद, एनएसएस, एनसीसी, भारत स्काउट एवं गाइड, सूचना विभाग, नगर विकास और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग सहयोग करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर जनित लाइलाज बीमारी है, जिससे बचाव का एकमात्र तरीका हर वर्ष नियमित रूप से दवा सेवन है। उन्होंने बताया कि लगातार 5 वर्षों तक साल में एक बार दवा खाने से फाइलेरिया का खतरा खत्म हो जाता है। डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि दवा सेवन के बाद कुछ लोगों को चक्कर आना, जी मिचलाना जैसी हल्की दिक्कतें हो सकती हैं, लेकिन यह चिंता की बात नहीं है। ये लक्षण उन लोगों में दिखाई देते हैं जिनके शरीर में फाइलेरिया के कृमि पहले से मौजूद होते हैं और दवा से उनके मरने पर यह प्रभाव दिखता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह दवा कभी भी खाली पेट नहीं लेनी चाहिए।
ब्लॉक स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर दिया गया है और उन्हें प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं बीसीपीएम द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। बैठक में नोडल अधिकारी डॉ. हरेंद्र कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी सीपी मिश्रा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।