👉पीपा के पुल के काम में, एक लाख का बांड और भुगतान कर दिया 13 लाख, विभाग के अधिकारी कर्मचारीयों को बचाने पर लगे,
👉अभी कुछ दिन पूर्व खुला था फर्जी NOC का खेल जिम्मेदार अधिकारी अपने बचाव में कर्मचारी को भी बचाने पर लग गए थे,अब उसी विभाग का मामला आया प्रकाश में।
✍️आप को बता दें की मंडल अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के आशुतोष मिश्रा ने मुख्य सचिव को पत्र लिख कर साक्ष्य के आधार पर आरोप लगाया है की अधिशासी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड लो०नि०वि० देवरिया द्वारा निर्गत फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र की छायाप्रति संलग्न करते हुए श्रीमती मिथिलेश सिंह का एक लाख रूपये के अनुबन्ध के सापेक्ष 13.13 लाख का भुगतान कर दिया गया है।
👉गौर करने वाली बात हैं कि अनुबन्ध बना पिपे के पुल के अनुरक्षण के लिये और भुगतान हुआ है सड़क पर गिट्टी डालने का।
♦अध्यक्ष का यह भी आरोप हैं की यह उक्त अनुभव प्रमाण पत्र अशोक कुमार वरिष्ठ सहायक द्वारा मोटी रकम लेकर एवम् अधिशासी अभियन्ता को प्रभाव मे लेकर गलत तरीके से जारी कराया गया है।
♦अब यह प्रकरण संज्ञान में आते ही अधिशासी अभियन्ता एवम् अधीक्षण अभियन्ता देवरिया द्वारा अशोक कुमार वरिष्ठ सहायक का बचाव करने में लग गए हैं, एवम् पूर्व की तरह इस प्रकरण को भी दबाने में लगे है।
👉आपको बता दें की इसके पूर्व में भी अशोक कुमार सहित चार अन्य लिपिको के विरुद्ध जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत की गयी थी, लेकिन अधिशासी अभियन्ता प्रा०ख० लो०नि० देवरिया एवम् अधीक्षण अभियन्ता देवरिया वृत्त लो०नि०वि० देवरिया का सजातीय होने के कारण कोई कार्यवाही नहीं की गयी और मामले को दबाने का कार्य किया गया।
👉अब मामला प्रकाश में आया हैं तो कार्यवाही करने के बजाये उसी तरह इस फर्जीवाडे को भी दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
♦उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले को संज्ञान लें जहां सिस्टम को गुमराह कर फर्जीबाड़ा किया जा रहा हैं।
👉जब इस संदर्भ में अधिशासी अभीयंता अनिल कुमार जाटव व डी के अहिरवार को फ़ोन किया गया तो उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया फिर काल करने पर मोबाईल स्विच ऑफ कर लिया गया।