देवरिया, 30 जुलाई।
बरियारपुर विद्युत उपकेंद्र की बदहाल व्यवस्था और बिजली आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को अधीक्षण अभियंता अमित सिंह और अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने किसान हितों से जुड़ी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आगामी 6 अगस्त को बरियारपुर विद्युत केंद्र पर भाकियू द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
भाकियू के पूर्वी उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष और वरिष्ठ किसान नेता विनय सिंह सैंथवार ने बताया कि बरियारपुर बिजली घर देवरिया जिले का सबसे बड़ा उपकेंद्र है, लेकिन यहां केवल दो अवर अभियंताओं की तैनाती है और बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बिजली की बेहतर आपूर्ति के लिए दो नए विद्युत उपकेंद्रों—गुड्डीजोर (नौतन फीडर) और सिधूवा (गोरया फीडर)—की आवश्यकता है, जिसकी मांग यूनियन द्वारा काफी समय से की जा रही है, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
भाकियू जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण शाही उर्फ बड़े शाही ने कहा कि डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के कारण किसान बिजली से सिंचाई करना चाहते हैं, लेकिन नलकूप कनेक्शन में घोर अनियमितता, निष्क्रियता और अवैध वसूली के कारण किसानों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिला संयोजक सदानंद यादव ने कहा कि बरियारपुर को नगर पंचायत का दर्जा मिले वर्षों हो चुके हैं, लेकिन अब तक टाउन के लिए अलग फीडर नहीं बनाया गया है, जिससे स्थानीय उपभोक्ताओं को बार-बार बिजली कटौती झेलनी पड़ती है।
भाकियू जिला महासचिव धनंजय सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम में विभाग द्वारा पेड़ों की कटाई-छंटाई नहीं कराए जाने के कारण लगातार ट्रिपिंग और ब्रेकडाउन की स्थिति बनी हुई है। बिजली आपूर्ति दिन में सिर्फ 12 से 14 घंटे ही हो पा रही है। मंडल संयोजक शहीद ख्वाजा मंसूरी ने कहा कि ट्रांसफार्मरों पर लगातार लोड बढ़ रहा है लेकिन क्षमता में वृद्धि नहीं की जा रही, जिससे वे बार-बार जल रहे हैं।
भाकियू ने चेताया है कि यदि विभाग जल्द समाधान नहीं करता तो 6 अगस्त को बरियारपुर विद्युत केंद्र पर महापंचायत आयोजित कर आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मौके पर भाकियू युवा जिला उपाध्यक्ष बृजेश यादव, सुरेंद्र चौहान, शेषनाथ सिंह, सत्याग्रह सरोज सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।