देवरिया टाइम्स,
देवरिया में शनिवार को ‘धरोहर’ नामक एकल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य नई पीढ़ी को भारतीय इतिहास, परंपरा एवं सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराना था। इस अनूठी प्रदर्शनी का उद्घाटन जिलाधिकारी दिव्या मित्तल व प्रसिद्ध डाक टिकट संग्रहकर्ता हिमांशु कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
प्रदर्शनी में हिमांशु कुमार सिंह ने अपने बहुमूल्य संग्रह का प्रदर्शन किया, जिसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर 180 देशों द्वारा जारी डाक टिकट, रोटरी इंटरनेशनल और रेडक्रॉस पर आधारित टिकट, कोरोना काल की दुर्लभ संग्रहणीय वस्तुएं, 200 देशों के सिक्के, 165 देशों के कागजी नोट, 170 देशों के ध्वजों वाले डाक टिकट, रामायण और महाभारत पर आधारित टिकटों के सेट तथा पीतल के पुराने बर्तन, ताले, सौरआते और बॉटल ओपनर शामिल थे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा, “धरोहर को सहेज कर रखना एक बड़ा कार्य है। ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य करते हैं और उनके भीतर संस्कृति व इतिहास के प्रति समझ पैदा करते हैं। यह प्रयास न केवल सराहनीय है, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।”
डाक टिकट संग्रहकर्ता हिमांशु सिंह ने बताया कि आज की पीढ़ी पत्रों और पोस्टकार्ड से अनभिज्ञ होती जा रही है। मोबाइल युग ने भावनाओं को व्यक्त करने वाली पत्र लेखन की कला को लगभग समाप्त कर दिया है। उन्होंने बच्चों को बताया कि कैसे डाक टिकट संग्रह या कोई अन्य रचनात्मक शौक अपनाकर वे इतिहास को जान सकते हैं और मानसिक विकास भी कर सकते हैं।
यह प्रदर्शनी किड्जी स्कूल के प्रांगण में लगाई गई थी जहां के निदेशक निकुंज अग्रवाल, प्रधानाचार्य सपना केजरीवाल एवं बड़ी संख्या में अभिभावक और बच्चे उपस्थित रहे और उन्होंने दुर्लभ वस्तुओं का अवलोकन कर उत्साहपूर्वक भागीदारी दिखाई। यह प्रदर्शनी निश्चित रूप से भारत की गौरवशाली विरासत, समृद्ध परंपराओं और निरंतर विकास की कहानी को जीवंत रूप में प्रस्तुत करने में सफल रही।