देवरिया टाइम्स- 6 अगस्त 2025:
शहर का सबसे प्रमुख और भीड़भाड़ वाला हनुमान मंदिर चौराहा, जहां स्थित हनुमान मंदिर पोखर के प्रांगण में एक घायल बछड़ा करीब चार घंटे तक तड़पता रहा, लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या संस्था ने समय रहते उसकी मदद नहीं की। स्थानीय लोगों के अनुसार, बछड़ा मंदिर प्रांगण में गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा था। मंदिर के पुजारियों को इसकी जानकारी दी गई, साथ ही शहर के तमाम अधिकारियों, नगर पालिका परिषद और जिला प्रशासन को भी सूचित किया गया। बावजूद इसके, चार घंटे तक न तो कोई पशु चिकित्सक आया, न ही कोई नगर पालिका की टीम मौके पर पहुंची।
घटना से क्षुब्ध होकर वहां मौजूद स्थानीय युवाओं और श्रद्धालुओं ने घायल बछड़े को रोड पर लाकर चक्का जाम करने का प्रयास किया। युवाओं का कहना था कि उनका उद्देश्य कोई राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन और नगर पालिका परिषद को जगाना था, जो इतनी बड़ी लापरवाही के बाद भी मौन थे। चक्का जाम की सूचना मिलते ही अंततः जिला प्रशासन हरकत में आया और मौके पर पहुंचा। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि घायल पशु को तुरंत हटाया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, जब तक जिला प्रशासन वहां पहुंचा, तब तक वह गौवंश अंतिम सांसें ले चुका था और उसकी मौत हो गई।
स्थानीय नागरिकों और युवाओं ने गंभीर सवाल उठाए कि मंदिर प्रांगण के गौ-आश्रय स्थल में आखिर घायल पशु को स्थान क्यों नहीं दिया गया? अगर समय रहते चिकित्सा मिलती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।