देवरिया टाइम्स। नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। यह निर्णय 17 अगस्त 2025 को भाजपा की संसदीय बोर्ड बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहे। चुनाव 9 सितंबर को होगा और एनडीए के बहुमत को देखते हुए राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है।
तमिलनाडु के तिरुपुर में 20 अक्टूबर 1957 को जन्मे राधाकृष्णन व्यवसाय प्रशासन में स्नातक हैं और 16 साल की उम्र से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। वे 1998 और 1999 में कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए। इसके अलावा 2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और 2016 से 2020 तक कोयर बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर कार्य किया, जहां उनके कार्यकाल में कोयर निर्यात रिकॉर्ड स्तर 2532 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
राधाकृष्णन अब तक झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी में राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार सहित) रह चुके हैं। उनकी स्पष्टवादिता भी कई बार सुर्खियों में रही है। महाराष्ट्र में हिंदी-मराठी विवाद के समय उन्होंने कहा था कि भाषा के नाम पर हिंसा और मारपीट से निवेश प्रभावित हो सकता है। भाजपा का यह फैसला तमिलनाडु और दक्षिण भारत में संगठन को मजबूती देने की रणनीति माना जा रहा है। राधाकृष्णन ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, जिसे भाजपा का परंपरागत समर्थन आधार माना जाता है। ऐसे में उन्हें उम्मीदवार बनाना राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।