देवरिया टाइम्स,
मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई देवरिया एवं यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय “केस मैनेजमेंट कार्यशाला” का आयोजन विकास भवन स्थित गांधी सभागार में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ माननीय मनोज कुमार तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया एवं मुख्य विकास अधिकारी प्रत्युष पाण्डेय की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
कार्यक्रम का स्वागत सम्बोधन जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर द्वारा प्रस्तुत किया गया, जबकि कार्यशाला का संक्षिप्त परिचय यूनिसेफ गोरखपुर मंडल के मंडलीय बाल संरक्षण सलाहकार शैलेश प्रताप सिंह ने दिया। संचालन संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी ने किया। पूरे सत्र का संचालन यूनिसेफ के रिसोर्स पर्सन द्वारा एजेंडा बिंदुओं पर आधारित पीपीटी एवं ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बाल देखभाल संस्थानों एवं जिला कारागार में रह रही महिला बंदियों के साथ रह रहे नाबालिग बच्चों की गुणवत्ता आधारित व्यक्तिगत देखरेख योजना, केस हिस्ट्री एवं पुनर्वास योजना की प्रक्रिया को मजबूत बनाना रहा। कार्यशाला में जे.जे. एक्ट 2015 एवं उत्तर प्रदेश किशोर न्याय नियमावली 2019 के अंतर्गत देखरेख और संरक्षण के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यक्रम में मंडल के चार जनपदों – गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर एवं देवरिया से बाल संरक्षण से जुड़े अधिकारी, समिति सदस्य, चाइल्ड हेल्पलाइन कोऑर्डिनेटर, सामाजिक कार्यकर्ता, राजकीय बाल गृह प्रभारी अधीक्षक एवं अन्य स्टेकहोल्डर्स उपस्थित रहे। विशेष अतिथि के रूप में श्रुति शर्मा (ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, देवरिया सदर) की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से सावित्री राय, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति देवरिया, गीता रानी, डिप्टी जेलर, जिला कारागार देवरिया, अमित कुमार राय, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति कुशीनगर, अरुण कुमार राव, सदस्य बाल कल्याण समिति गोरखपुर डा. मनीष कुमार पाण्डेय, सदस्य बाल कल्याण समिति महाराजगंज डा. सुमन शुक्ला, संरक्षण अधिकारी गोरखपुर मनोज श्रीवास्तव, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी / प्रभारी संरक्षण अधिकारी महाराजगंज, विनय कुमार शर्मा, संरक्षण अधिकारी कुशीनगर, कुमुद मिश्रा, चाइल्ड हेल्पलाइन कोऑर्डिनेटर, गोरखपुर, अभिषेक कुमार सिंह, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर कुशीनगर, सुल्तान अली सिद्दीकी, संरक्षण अधिकारी देवरिया, नितेश कुमार शर्मा, संरक्षण अधिकारी देवरिया, अमितेष यादव, जिला बाल संरक्षण इकाई देवरिया, सैफ खान, कनिष्ठ सहायक, महिला कल्याण विभाग देवरिया, शामिल रहे।
इसके अतिरिक्त अन्य जनपदों से आए परामर्शदाता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभागीय कार्मिकों की सहभागिता भी उल्लेखनीय रही।कार्यशाला के समापन पर मा. न्यायाधीश व मुख्य विकास अधिकारी ने प्रतिभागियों को बच्चों के सर्वोत्तम हित में ईमानदारीपूर्वक कार्य करने एवं केस मैनेजमेंट की प्रक्रिया को गंभीरता से पूर्ण करने का आह्वान किया।